साहस की मिसाल: ऑपरेशन के बाद भी व्हीलचेयर पर परीक्षा देने पहुंची आबिदा बानो, रीट परीक्षा में दिखाया अदम्य हौसला
झुंझुनूं जिले की आबिदा बानो ने परीक्षा के प्रति अपने संकल्प और साहस से सबको हैरान कर दिया।
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साहस की मिसाल |
एक रात पहले अचानक बच्चेदानी का ट्यूब फटने के बाद उनका ऑपरेशन हुआ, लेकिन इसके बावजूद वह रीट परीक्षा देने के लिए पहुंची।
डॉ. अर्षा चौधरी की मदद से महिला को अस्पताल से बाहर परीक्षा केंद्र तक लाने के लिए विशेष अनुमति मिली।
महिला दिव्यांग नहीं थी, फिर भी ऑपरेशन के बाद सामान्य स्थिति में अस्पताल में होना चाहिए था, लेकिन रीट परीक्षा के कारण वह व्हीलचेयर पर बैठकर केंद्र पहुंची और पेपर भी दिया।
डॉ. चौधरी ने नर्सिंग स्टाफ को परीक्षा केंद्र भेजा और दर्द से राहत देने के लिए महिला को इंजेक्शन दिया।
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) गुरुवार को राज्यभर में पहले दिन दो पारियों में संपन्न हुई। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को ड्रेस कोड का पालन न करने पर परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से वंचित किया गया, जबकि कुछ उम्मीदवार देरी से पहुंचे और कुछ को सुरक्षा कारणों से प्रवेश नहीं मिला।