पुलिस की चौकसी के बीच दलित दूल्हे की शान से निकली बारात
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक दलित दूल्हे की बारात पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच शान से निकाली गई। कुछ दिन पहले, सवर्ण समाज के कुछ युवकों ने दूल्हे और उनके परिवार को घोड़ी पर बैठने को लेकर धमकाया था। धमकी के बावजूद, दूल्हे ने पुलिस की सुरक्षा में घोड़ी पर बैठकर अपनी बिंदौरी निकाली।
धमकी के बावजूद दलित दूल्हे ने घोड़ी पर बैठकर निकाली बिंदौरी
यह घटना सामाजिक भेदभाव और जातिवाद का एक उदाहरण है, जो आज भी हमारे समाज में व्याप्त है। कुछ सवर्ण युवकों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठकर बारात निकालने से रोकने की कोशिश की थी। लेकिन, दूल्हे के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए।
झुंझुनूं में दलित दूल्हे की बारात: सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुलिस ने चार थानों की पुलिस और क्यूआरटी टीम के 60 से अधिक जवानों को मौके पर तैनात किया। इसके अलावा, पुलिस ने डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को पाबंद किया। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच दूल्हे की बिंदौरी शांतिपूर्वक संपन्न हुई।
जातिवाद की चुनौती: पुलिस सुरक्षा में निकली दलित दूल्हे की बिंदौरी
यह घटना जातिवाद को चुनौती देने का भी एक उदाहरण है। दूल्हे और उनके परिवार ने धमकी के बावजूद हार नहीं मानी और पुलिस की मदद से अपनी बिंदौरी को शान से निकाला। यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक है जो जातिवाद और भेदभाव में विश्वास करते हैं।
दलित दूल्हे की बारात: पुलिस ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था
इस घटना में पुलिस की भूमिका भी सराहनीय रही। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए, जिसके कारण किसी अप्रिय घटना से बचा जा सका। पुलिस ने यह साबित कर दिया कि वह समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमेशा तत्पर है।