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Thursday, March 20, 2025

50 लाख की फिरौती न देने पर कार से मारी टक्कर, सब्जी खरीदने निकला व्यापारी बाल-बाल बचा

50 लाख की फिरौती न देने पर बदमाशों ने व्यापारी की कार को मारी टक्कर, जान से मारने की धमकी


मुख्य बिंदु:

  1. घटना का विवरण:
    बुधवार शाम को झुंझुनूं शहर के वारिसपुरा रोड पर रेलवे फाटक के पास एक व्यापारी की कार को बदमाशों ने जानबूझकर जीप से टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। बदमाशों ने कई बार टक्कर मारी और फिर वारिसपुरा की दिशा में फरार हो गए।

  2. व्यापारी की जानकारी:
    व्यापारी बबलू और पंकज, जो देरवाला गांव के निवासी हैं, ज्वैलरी और पिग फार्म का कारोबार करते हैं। वे अपनी कार में सब्जी खरीदने के लिए रुके थे जब बदमाशों ने इस हमले को अंजाम दिया।

  3. फिरौती की मांग:
    पीड़ित पंकज ने बताया कि पिछले एक महीने से कुछ बदमाशों द्वारा उन्हें 50 लाख की फिरौती की धमकी दी जा रही थी। बदमाशों ने धमकी दी थी कि पैसे नहीं देने पर परिणाम बुरा होगा।

  4. बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई:
    पुलिस ने घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। कोतवाली थानाधिकारी हरजिंद्र सिंह ने बताया कि यह घटना रुपए के लेन-देन से जुड़ी हुई है। फिलहाल, पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है।

  5. व्यापारी की जिंदगी पर खतरा:
    पंकज ने बताया कि बदमाशों ने उन्हें जान से मारने का इरादा किया था, लेकिन वे कार से बाहर चले गए थे, जिस कारण वह बाल-बाल बच गए।

  6. व्यापारियों की सुरक्षा पर सवाल:
    यह घटना व्यापारियों के लिए सुरक्षा की चिंता को और बढ़ा देती है, खासकर जब फिरौती की मांग जैसी गंभीर स्थिति हो।


सारांश:

यह घटना दर्शाती है कि फिरौती की मांग और व्यापारियों पर हमले की घटनाएं गंभीर होती जा रही हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस तरह की घटनाओं के बाद व्यापारियों की सुरक्षा पर विचार करने की आवश्यकता है।

Wednesday, March 19, 2025

ग्रामीण इलाकों के लिए बड़ी राहत: झुंझुनूं में 10 साल बाद फिर दौड़ेंगी रोडवेज बसें, 5 नए रूटों पर शुरू होगी सेवा

जिले के कई गांवों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें करीब एक दशक के लंबे इंतजार के बाद परिवहन सेवा मिल सकेगी। झुंझुनूं रोडवेज डिपो प्रबंधन ने पांच प्रमुख ग्रामीण रूटों पर बसों के संचालन का निर्णय लिया है। ये बसें निजी बस संचालकों के अनुबंध पर संचालित होंगी, लेकिन रोडवेज के लोगो के साथ और रोडवेज बस स्टैंड से ही चलेंगी। इन बसों का पूरा नियंत्रण रोडवेज प्रबंधन के अधीन रहेगा, ताकि यात्रियों को निर्धारित किराया, रियायतें और बेहतर सेवा मिल सके। खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को किराए में छूट दी जाएगी, जैसे रोडवेज बसों में होती है।

ग्रामीण इलाकों के लिए बड़ी राहत
ग्रामीण इलाकों के लिए बड़ी राहत

पाँच प्रमुख ग्रामीण रूटों पर चलेंगी नई बसें

वर्ष 2013 तक इन रूटों पर रोडवेज की मिनी बसें चला करती थीं, लेकिन नई बसों की खरीद नहीं होने और पुरानी बसों के ब्रेकडाउन के कारण इनका संचालन बंद हो गया था। अब एक बार फिर से इन रूटों पर बसों के संचालन से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन में आसानी होगी। इसके बाद जिले के अन्य ग्रामीण रूटों पर भी बसें चलाने के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।

नई बसों के संचालन का तरीका

नई बसों का संचालन निजी बस संचालकों के अनुबंध पर होगा। रोडवेज प्रशासन इन बस संचालकों को किराए में छूट की भरपाई के रूप में 15 प्रतिशत का भुगतान करेगा। बसों के संचालन के लिए ऑनलाइन आवेदन 12 मार्च से लिया जा रहा है और एक अप्रैल तक आवेदन लिए जाएंगे। इसके बाद तीन अप्रैल को टेंडर खोले जाएंगे और बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

नए रूटों पर चलने वाली बसों की जानकारी

रूट किमी चक्कर प्रतिदिन मुख्य मार्ग
झुंझुनूं से चिड़ावा 228 किमी 6 चक्कर प्रतिदिन समसपुर, प्रतापपुरा, जयपहाड़ी, इस्लामपुर, केहरपुरा खुर्द, भामरवासी, इकतारपुरा, बारी का बास, चिड़ावा
झुंझुनूं से अलसीसर 282 किमी 6 चक्कर प्रतिदिन हमीरी, सोनासर, बाजला, डाबड़ी, घीर सिंह, केंकडिय़ों, कल्ला, मलसीसर, अलसीसर
झुंझुनूं से पिलानी 224 किमी 4 चक्कर प्रतिदिन कासिमपुरा, सोती बुडाना बास, बुडाना, लाम्बा, नालवा, मंडैला, बजावा, ढंढारिया, पिलानी
झुंझुनूं से मंडावा 256 किमी 8 चक्कर प्रतिदिन जयसिंहपुरा, ढिगाल, चंद्रपुरा, जवाहरपुरा, लाडसर, जितास, हनुमानपुरा, तेतरा, मंडावा
झुंझुनूं से गोठड़ा 288 किमी 6 चक्कर प्रतिदिन देरवाला, बीबासर, जेजूसर, डुमरा, कैरू, नवलड़ी, नवलगढ़, बिरोल, गोठड़ा

इनका कहना है…


"जिले के पांच ग्रामीण रूटों पर अनुबंधित बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इन बसों का नियंत्रण रोडवेज प्रबंधन के अधीन रहेगा और किराया भी रोडवेज के अनुसार होगा। 17 सीटर या उससे अधिक सीट वाली बसों के लिए आवेदन 12 मार्च से शुरू किए गए हैं। बस मालिक एक अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। तीन अप्रैल को टेंडर खोले जाएंगे, जिसके बाद इन बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।"

Tuesday, March 18, 2025

शर्मनाक घटना: झुंझुनूं के वार्ड नंबर 53 में 20 दिन की बच्ची की पानी की टंकी में डूबकर हत्या

झुंझुनूं के वार्ड नंबर 53, नयाबास में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रविवार सुबह 20 दिन की बच्ची की पानी की टंकी में डूबकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोमवार को बच्ची की मां, निशा सैनी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में निशा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

झुंझुनूं के वार्ड नंबर 53 में 20 दिन की बच्ची की पानी की टंकी में डूबकर हत्या
झुंझुनूं के वार्ड नंबर 53 में 20 दिन की बच्ची की पानी की टंकी में डूबकर हत्या

घटना के वक्त घर में सिर्फ मां और बड़ी बेटी थीं

घटना के वक्त घर में केवल निशा और उसकी करीब ढाई साल की बड़ी बेटी मौजूद थीं। निशा की छोटी बेटी के जन्म के बाद परिवार में खुशी का माहौल था। 3 मार्च को बच्ची के जन्म पर जलवा पूजन और अन्य रस्में पूरी की गई थीं। निशा ने लाल और हरे रंग का चूड़ा पहना था, और हाथों में मेहंदी रची थी। यह वही मेहंदी थी, जिसके रंग के फीके पड़ने से पहले उसी हाथ ने अपनी मासूम बेटी की जान ले ली।

बच्ची के अपराध का गहरा अहसास

पुलिस स्टेशन कोतवाली में लाए जाने पर निशा ने किसी से आंखें नहीं मिलाईं। वह बार-बार सिर झुकाए, कभी खड़ी तो कभी बैठी रही। निशा की दूसरी ढाई साल की बेटी को अब तक यह अहसास नहीं हो पाया है कि उसकी छोटी बहन अब इस दुनिया में नहीं रही, और उसकी मां सलाखों के पीछे जा चुकी है। घटना के बाद जब मां को पुलिस ले जाने लगी, तो बड़ी बेटी ने अपनी मां से चेन जैसी माला उतारी, जिसके बाद वह फफक पड़ी। उसके चेहरे पर अपराध बोध साफ दिखाई दे रहा था।

आपराधिक कृत्य की तह में परिवार के सदस्य

परिवार के अन्य सदस्य घटना के समय घर पर मौजूद नहीं थे, क्योंकि वे खेतों में काम करने गए हुए थे। घर का गेट भी बंद था, और दीवार इतनी ऊंची थी कि कोई आसानी से उसे फांद नहीं सकता था। इन कारणों से पुलिस ने शक होने पर निशा से पूछताछ की, और उसने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। अभी तक निशा के अलावा परिवार के किसी अन्य सदस्य की भूमिका सामने नहीं आई है। पुलिस की पूछताछ जारी है।

समाज में बढ़ते अपराधों की वजह

इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कोतवाली के थानाधिकारी, नारायण सिंह कविया ने कहा कि समाज में बढ़ते अपराधों के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सोशल मीडिया के प्रभाव से आजकल महिलाओं में सहन शक्ति की कमी बढ़ रही है। कई महिलाएं अपने व्यक्तिगत विकास को बच्चों के कारण रुकता हुआ महसूस करती हैं। इसके अलावा, परिवार का माहौल भी अपराधों को बढ़ावा दे सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा बेटियों को मुफ्त शिक्षा और विभिन्न योजनाएं दी जा रही हैं, लेकिन इन योजनाओं की जानकारी सही से उन तक पहुंचनी चाहिए जो सबसे दूर हैं।

सरकार को चाहिए गंभीर कदम

नारायण सिंह ने सुझाव दिया कि सरकार को अब और गंभीर कदम उठाने चाहिए, खासकर महिलाओं के लिए प्रोफेशनल डिग्रियां और स्वावलंबन की दिशा में। गरीबी भी एक बड़ा कारण हो सकती है, जो ऐसे अपराधों को जन्म देती है।

यह घटना झुंझुनूं के समाज में एक गंभीर सवाल उठाती है कि आखिरकार इस तरह के अपराधों को कैसे रोका जा सकता है और समाज में मानसिक तनाव और अपराध की प्रवृत्तियों को कैसे कम किया जा सकता है।

(यह खबर घटनास्थल से मिली जानकारी के आधार पर है और पुलिस की ओर से और जांच जारी है।)

Thursday, March 13, 2025

झुंझुनू के गुढ़ा गोड़जी में पेट्रोल पंप पर चोरी की सनसनीखेज वारदात: पुलिस की तत्परता से कार्रवाई जारी!

घटना का विवरण

झुंझुनू के गुढ़ा गोड जी के पास स्थित भारत पेट्रोलियम पेट्रोल पंप पर एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है। यह पेट्रोल पंप गुढ़ा गोड़जी से झुंझुनू रोड की तरफ लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चोरों ने सुबह के समय डंपर ट्रक का इस्तेमाल करके चोरी को अंजाम दिया।

घटना का समय और तरीका

सुबह लगभग 9 बजे डंपर ट्रक का ड्राइवर पेट्रोल पंप पर पहुंचा। कुछ समय बाद, चोरी की घटना का पता चला। CCTV फुटेज में तीन लोग दिखे, जो लगभग 30 मिनट तक पेट्रोल पंप के अंदर रहे और फिर डंपर में सारा सामान ले गए।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान करने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चोरी करने वाले अपराधियों को जल्द पकड़ा जाएगा।

पहले भी हुई थी चोरी

इससे पहले भी झुंझुनू में पेट्रोल पंपों पर चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। एक महीने पहले भी झुंझुनू के बगड़ क्षेत्र में एक पेट्रोल पंप से चोरी हुई थी। पुलिस और प्रशासन ने अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार कार्रवाई की है।

प्रशासन से अपील

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से यह अपील की है कि वह चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक कड़ी कार्रवाई करें। साथ ही, जनता से भी अपील की गई है कि वह जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें।

पुलिस की सक्रियता

पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और चोरों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर आकर प्रारंभिक जांच की और अब मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है।

चोरी का बढ़ता सिलसिला

हाल के समय में चोरी की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि चोरों का नेटवर्क बढ़ रहा है और वे नए तरीकों से अपराध कर रहे हैं। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि ये घटनाएं रोकी जा सकें।

मामले पर जनता की प्रतिक्रिया

जनता ने भी पुलिस और प्रशासन से जल्दी कार्रवाई की उम्मीद जताई है। स्थानीय लोगों का मानना है कि स्मार्ट तकनीकी उपकरणों जैसे GPS और CCTV की मदद से चोरों को पकड़ा जा सकता है।

पुलिस का बयान

सीआई साहब ने कहा, "हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ें और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें। हम स्थानीय लोगों से भी सहयोग की उम्मीद करते हैं।"

यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन की चुनौती है, बल्कि यह दर्शाती है कि पेट्रोल पंपों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन को जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

झुंझुनू के सिंघाना से बड़ी खबर: केमिकल से भरे ट्रक में लगी भीषण आग

हादसे की गंभीरता और घटनास्थल की जानकारी

सिंघाना के एक गांव में केमिकल से भरे ट्रक में अचानक भीषण आग लग गई, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उन्हें इलाज के लिए सिंघाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच चुके हैं और आग को बुझाने की कोशिश की जा रही है। इस घटना के बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों ने भी मदद के लिए टैंकर भेजने की सूचना दी है।

केमिकल से भरे ट्रक में लगी भीषण आग
केमिकल से भरे ट्रक में लगी भीषण आग

आग के कारण और प्रभावित क्षेत्र

अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन यह आग इतनी भीषण थी कि उसने आसपास के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। खेतों में लगी आग से बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन गनीमत रही कि यह दुर्घटना मुख्य सड़क पर नहीं हुई। यदि यह हादसा नेशनल हाईवे पर हुआ होता, तो परिणाम और भी भयानक हो सकते थे।

झुलसे हुए लोग और उनका इलाज

आग लगने के बाद ट्रक में सवार तीन से चार लोग घायल हुए थे। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत उनकी मदद की और उन्हें अस्पताल भेजा। घायलों में से दो लोग चोली गांव के रहने वाले हैं, जबकि अन्य दो के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। चिकित्सकों के अनुसार, सभी घायलों को झुलसी चोटें आई हैं और उनका इलाज जारी है।

दमकल की कमी और प्रशासन की आलोचना

सिंघाना में दमकल की गाड़ी की भारी कमी महसूस हो रही है। स्थानीय दमकल सेवा सिंघाना के पास नहीं है, और घटना स्थल से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित खेतड़ी नगर से दमकल को बुलाया गया। प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि सिंघाना नगरपालिका द्वारा पिछले दो वर्षों से दमकल की मांग की जा रही थी, लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

हादसे के बाद के कदम और प्रतिक्रिया

स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा मौके पर आग बुझाने का प्रयास जारी है। हालांकि, दमकल विभाग की गाड़ी के मौके पर पहुंचने में देर हो रही है। इस घटना से यह सवाल भी उठता है कि क्यों ऐसे केमिकल से भरे ट्रकों को ट्रैफिक की न्यूनतम स्थिति में ही चलाया नहीं जाता और क्यों इन ट्रकों को एस्कॉर्ट नहीं किया जाता, जैसा कि अन्य भारी गाड़ियों के साथ किया जाता है।

आने वाली परिस्थितियाँ और मदद की अपील
आखिरकार यह घटना फिर से यह सवाल खड़ा करती है कि ऐसे खतरनाक ट्रकों के लिए क्या उचित प्रबंधन किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कदम उठाएगा। फिलहाल, हम सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

Sunday, March 9, 2025

राजस्थान के झुंझुनू जिले में ओवरलोडिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई, वाहन मालिकों में हड़कंप

राजस्थान के झुंझुनू जिले और हरियाणा के सीमावर्ती क्षेत्रों में परिवहन विभाग ने ओवरलोडिंग और अन्य नियमों का उल्लंघन करने वाले ट्रकों और डंपरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग ने उन्नत तकनीक का उपयोग कर 4,744 ट्रकों और डंपरों की पहचान की है, जो बार-बार ओवरलोडिंग कर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे थे। अब, इन वाहनों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान बचाया जा सकेगा।

वाहन मालिकों में हड़कंप

इस कार्रवाई से वाहन मालिकों में चिंता और हड़कंप मच गया है, क्योंकि यह कदम उनके लिए आर्थिक रूप से कड़ा हो सकता है। ओवरलोडिंग, जो न केवल सड़क सुरक्षा के लिए खतरे की बात है, बल्कि पर्यावरणीय प्रभाव और सड़क की मरम्मत पर भी भारी दबाव डालता है, अब सख्त जुर्माना और नियंत्रण के कारण कम हो सकता है। इससे प्रदेश में यातायात व्यवस्था और सुरक्षा में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।

ई-रवन्ना के आधार पर कार्रवाई

ई-रवन्ना के आधार पर हुई इस कार्रवाई से परिवहन विभाग ने नियमों के उल्लंघन पर सख्ती बरतने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। ई-रवन्ना प्रणाली में दर्ज वजन के आधार पर विभाग ने ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों की पहचान की है। विभाग ने इन वाहनों के मालिकों को नोटिस जारी कर चालान की राशि जमा करने का आदेश दिया है। यदि कोई वाहन मालिक निर्धारित समय सीमा में चालान का भुगतान नहीं करता, तो उसके वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकता है।

एमनेस्टी स्कीम से छूट

जिला परिवहन अधिकारी मक्खनलाल जांगिड़ के अनुसार, सरकार ने ओवरलोड वाहनों पर लगे चालानों में छूट देने के लिए एमनेस्टी स्कीम पेश की है। इस योजना के तहत 95% तक का जुर्माना माफ किया जा रहा है। यह योजना सरकार द्वारा वाहन मालिकों को राहत देने के लिए लागू की गई है, ताकि वे कम जुर्माने में अपनी पुरानी देनदारियों का भुगतान कर सकें और सरकारी राजस्व में योगदान कर सकें।

हालांकि, इस स्कीम के बावजूद झुंझुनू जिले में करीब 5 करोड़ रुपये की वसूली अभी भी बाकी है, जो यह दिखाता है कि कई वाहन मालिकों ने इस छूट का लाभ नहीं उठाया है या उनके द्वारा अभी तक चालान की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। यदि ये वाहन मालिक समय सीमा के भीतर अपना भुगतान नहीं करते, तो उन्हें सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

नोटिस जारी होने के बाद चिंता बढ़ी

नोटिस जारी होने के बाद झुंझुनू और आसपास के जिलों—सीकर, चूरू, अलवर, और हनुमानगढ़—के वाहन मालिकों में हड़कंप मच गया है। इस सख्त कार्रवाई से वाहन मालिकों में चिंता का माहौल बन गया है, क्योंकि उन्हें अपनी वाहनों की ओवरलोडिंग और अन्य नियमों के उल्लंघन के कारण भारी जुर्माने और अन्य कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा, हरियाणा बॉर्डर से जुड़े जिलों में भी बड़ी संख्या में नोटिस जारी किए गए हैं, जो यह दर्शाता है कि यह कार्रवाई सीमावर्ती इलाकों में भी प्रभावी हो रही है। इसने इन क्षेत्रों के वाहन मालिकों को भी चिंता में डाल दिया है।

अंतिम मौका और सख्त कार्रवाई

परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों को चालान की राशि जमा करने का आखिरी मौका दिया है। यदि किसी वाहन का चालान गलत कटने का दावा है, तो मालिकों को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया है। हालांकि, यदि वाहन मालिक निर्धारित समय में चालान का भुगतान नहीं करते, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस कदम से सरकारी राजस्व की हानि को रोकने की उम्मीद है, और इसके साथ ही यह वाहन मालिकों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

भविष्य में राजस्व वसूली और सड़क सुरक्षा

इस सख्त कदम से राजस्व वसूली में वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि यह सरकार के राजस्व को बढ़ाने के साथ-साथ परिवहन नियमों का पालन भी सुनिश्चित करेगा। जिला परिवहन अधिकारी के अनुसार, ई-रवन्ना के माध्यम से मिले आंकड़ों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, जिससे यह स्पष्ट है कि डेटा आधारित प्रणाली को लागू कर पारदर्शिता और सटीकता को बढ़ाया जा रहा है।

इस कदम से ना केवल सरकारी राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि सड़क सुरक्षा और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

Saturday, March 8, 2025

जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, गांधी चौक बना चर्चा का केंद्र

 रेडी-ठेली हटाने के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

झुंझुनू शहर के गांधी चौक में बीते दिनों नगर परिषद और ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत रेडी-ठेली को हटा दिया गया था। इस कार्यवाही के बाद गांधी चौक का इलाका साफ-सुथरा नजर आया, लेकिन रेडी-ठेली वालों ने इस कदम का विरोध शुरू कर दिया।

झुंझुनू शहर के गांधी चॉक पर विरोध प्रदर्शन
झुंझुनू शहर के गांधी चॉक पर विरोध प्रदर्शन

प्रदर्शन और विरोध के मुख्य बिंदु

  • रेडी-ठेली संचालकों ने अपनी जीविका पर संकट का आरोप लगाया।
  • प्रशासन ने बिना कोई वैकल्पिक स्थान दिए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की।
  • रेडी यूनियन ने गांधी चौक पर धरना देकर नारेबाजी की।
  • विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में बहस हुई।

दो विरोधी घटनाओं ने बढ़ाई चर्चा

इसी बीच, गांधी चौक में एक संगठन द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था, जिसकी तैयारियां चल रही थीं। कार्यक्रम के बैनर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों द्वारा लगाए जा रहे थे, जिससे लोगों में चर्चा तेज हो गई। यह वही संगठन था जिसने प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के लिए सम्मानित किया था।

जिला कलेक्टरेट पर भी हुआ प्रदर्शन

धरने के बाद रेडी यूनियन के सदस्य जिला कलेक्टरेट पहुंचे, लेकिन वहां अधिकारियों से मुलाकात नहीं होने के कारण उन्होंने गेट पर ही धरना देना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर डटे रहे।

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें:

  1. रेडी-ठेली संचालकों के लिए वैकल्पिक स्थान की व्यवस्था की जाए।
  2. प्रशासन एकतरफा कार्यवाही बंद करे।
  3. गरीबों के हितों को ध्यान में रखकर उचित समाधान निकाला जाए।

पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बहस

धरना स्थल पर पुलिस अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली। रेडी-ठेली चालकों का कहना था कि वे पिछले पांच दिनों से रोजगार से वंचित हैं, जिससे उनके परिवारों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

झुंझुनू शहर में जिला प्रशासन और रेडी-ठेली संचालकों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी अभियान के बाद गरीब तबके के लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले को कैसे सुलझाता है और क्या रेडी-ठेली संचालकों को राहत मिलती है या नहीं।

Wednesday, March 5, 2025

खाटू धाम में ध्वज चढ़ाने का महत्व और सूरजगढ़ की पहचान

खाटू धाम में ध्वज चढ़ाने की परंपरा

खाटू धाम में एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें बाबा श्याम को सफेद प्रकार का ध्वज चढ़ाया जाता है। यह ध्वज हर साल फागुन माह में चढ़ाया जाता है, और इसे लेकर भक्तों में होड़ सी लग जाती है। खाटू धाम में यह ध्वज चढ़ाने की परंपरा काफी पुरानी है और इसे लेकर श्रद्धालुओं में अत्यधिक श्रद्धा है।

खाटू धाम में ध्वज चढ़ाने का महत्व
खाटू धाम में ध्वज चढ़ाने का महत्व

सूरजगढ़ से जुड़ी कहानी

सुरजगढ़ का खाटू धाम से गहरा नाता है। 377 साल पहले, खाटू श्याम बाबा के आदेश पर सूरजगढ़ से एक परिवार ने पहली बार बाबा का सफेद ध्वज खाटू धाम में चढ़ाया था। इस परिवार के अनुसार, बाबा की कृपा से उनका परिवार खुशहाल रहा है और यह परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी निभाई जा रही है।

377 साल पुरानी परंपरा

सुरजगढ़ से जोत लेकर पहली बार ध्वज चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई थी। बाबा श्याम की कृपा से ही यह परिवार 377 सालों से बाबा के मंदिर में ध्वज चढ़ाता आ रहा है। इस परिवार ने खाटू धाम में बाबा के दर्शन और पूजा की महिमा को फैलाने के लिए भी कार्य किया है।

ध्वज चढ़ाने की प्रक्रिया और श्रद्धा

खाटू धाम में ध्वज चढ़ाने की प्रक्रिया काफी विशेष होती है। इसके साथ-साथ कई औरतें अपनी सिगड़ी लेकर चलती हैं और उनका विश्वास है कि बाबा श्याम की कृपा से उनकी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। यही नहीं, अनेक भक्तों का मानना है कि बाबा श्याम के आशीर्वाद से वे संतान सुख भी प्राप्त करते हैं।

बाबा श्याम का चमत्कार

खाटू धाम में बाबा श्याम की कृपा से अनेक चमत्कार होते हैं। कई भक्तों का कहना है कि बाबा श्याम के आशीर्वाद से उनके जीवन में सुख-समृद्धि आई है और उनके दुख दूर हुए हैं। कई भक्तों ने अनुभव किया है कि वे बाबा के दरबार में पहुंचे तो उनके सभी कष्ट दूर हो गए।

बाबा श्याम के चमत्कारी प्रभाव

सुरजगढ़ के भक्तों का कहना है कि बाबा श्याम के दरबार में आने से उनके सभी दुख खत्म हो गए और वे जीवन में समृद्धि की ओर बढ़े हैं। बाबा की महिमा से जुड़े कई चमत्कारी किस्से भक्तों के बीच प्रचलित हैं, जिनसे लोग प्रेरित होकर बाबा के दरबार में जाते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

बाबा श्याम की कृपा से बढ़ती श्रद्धा

बाबा श्याम की महिमा में कोई संदेह नहीं है। उनके दरबार में आने के बाद भक्तों की आस्था और श्रद्धा और भी बढ़ जाती है। अब हर साल हजारों लोग दूर-दूर से खाटू धाम पहुंचते हैं। पहले जहां कुछ ही लोग खाटू जाते थे, अब यह संख्या बढ़कर हजारों में पहुंच गई है।

बाबा के दरबार में भक्तों का एक समान दर्जा

खाटू धाम में सभी भक्तों को समान दर्जा दिया जाता है। यहां ना तो कोई गरीब होता है और न ही कोई अमीर। हर भक्त बाबा श्याम के दरबार में प्रेम और श्रद्धा के साथ आता है। बाबा के दरबार में आने पर सभी को एक जैसा आदर मिलता है, चाहे वे किसी भी जाति या समुदाय से हों।

सूरजगढ़ की महिमा और खाटू धाम का संबंध

सूरजगढ़ का खाटू धाम से एक गहरा संबंध है। यहां के भक्तों का मानना है कि सूरजगढ़ का ध्वज खाटू धाम में चढ़ाने से उनके जीवन में सफलता आती है। यहां से कई भक्त अपने श्रद्धा भाव के साथ बाबा के दरबार में पहुंचते हैं, और उनका विश्वास है कि बाबा श्याम उनके सभी दुखों का निवारण करते हैं।

खाटू श्याम बाबा के दरबार में आकर भक्त अपनी श्रद्धा और विश्वास से बाबा की कृपा प्राप्त करते हैं। सूरजगढ़ से जुड़ी परंपराओं और चमत्कारों ने बाबा के दरबार को एक अद्वितीय स्थान बना दिया है। बाबा श्याम की महिमा और उनके आशीर्वाद से कई भक्तों का जीवन बदल चुका है, और उनका विश्वास है कि बाबा श्याम के दरबार में आकर उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

भाषा बनी हिंसा का कारण, मासूम छात्र हुआ प्रताड़ित

 स्कूल में बच्चे का दर्द, मारवाड़ी बोलने पर टूटा अंगूठा

घटना का विवरण और आरोप: - शहर के गोलाई मोड़ स्थित आदर्श इंग्लिश एकेडमी स्कूल

  • झुंझुनू के गोलाई मोड़ स्थित आदर्श इंग्लिश एकेडमी नामक एक निजी स्कूल में छठी कक्षा के छात्र के साथ मारपीट का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
  • आरोप है कि स्कूल की प्रधान के पति ने छात्र को केवल इसलिए पीटा, क्योंकि उसने स्कूल में मारवाड़ी भाषा में बातचीत की थी।
  • इस घटना ने स्कूलों में बच्चों की भाषाई विविधता के प्रति संवेदनशीलता पर सवाल खड़े किए हैं।
स्कूल में बच्चे का दर्द, मारवाड़ी बोलने पर टूटा अंगूठा

स्कूल में बच्चे का दर्द, मारवाड़ी बोलने पर टूटा अंगूठा

हिंसा और शारीरिक क्षति:

  • छात्र को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उसके अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया।
  • आरोपी ने छात्र को "मुर्गा" बनाकर स्कूल के चक्कर भी लगवाए, जो कि शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने वाली घटना है।
  • यह घटना बच्चों के प्रति हिंसा की गंभीरता को दर्शाती है।

परिणाम और परिजनों की प्रतिक्रिया:

  • जब छात्र घर पहुंचा, तो वह डरा हुआ था और उसके हाथ में सूजन थी।
  • परिजनों ने पूछताछ करने पर छात्र ने पूरी घटना बताई, जिसके बाद उन्होंने स्कूल प्रशासन से संपर्क किया।
  • परिजनों ने इस घटना की शिकायत दर्ज कराई।

Tuesday, March 4, 2025

राज कोप सिटीजन ऐप: आपकी सुरक्षा का नया साथी, एक क्लिक से मिलेगी पुलिस मदद!

आजकल की बढ़ती सुरक्षा समस्याओं और अपराधों को देखते हुए, राजस्थान पुलिस ने एक नई पहल की है जो आम जनता के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। राज कोप सिटीजन ऐप के माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति, खासकर महिलाएं और बच्चे, अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं। इस ऐप की मदद से किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में, पुलिस एक क्लिक में व्यक्ति तक पहुंच सकती है।

Raj Cop App download
Raj Cop App download

मुख्य बातें:

सुरक्षा का बढ़ा स्तर: इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद, अगर किसी महिला या व्यक्ति को सहायता की आवश्यकता हो, तो वह एक क्लिक में पुलिस से मदद ले सकते हैं। चाहे दिन हो या रात, किसी भी समय, यह ऐप उपयोगी साबित हो सकता है।

ईमरजेंसी में तुरन्त मदद: यह ऐप विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के लिए बनाया गया है। अगर किसी को अचानक मदद की जरूरत महसूस हो, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क कर सकते हैं और उनकी लोकेशन के आधार पर पुलिस वहां पहुंच जाती है।

साइबर क्राइम से बचाव: अगर किसी के साथ साइबर फ्रॉड हुआ है, तो इस ऐप में दिए गए 1930 नंबर पर कॉल करके तुरंत कार्रवाई की जा सकती है। इससे व्यक्ति के पैसे को फ्रीज किया जा सकता है और उन्हें तुरंत सहायता मिल सकती है।

सभी प्रकार के इमरजेंसी नंबर: ऐप में इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 112, साइबर क्राइम नंबर 1930, और अन्य नंबर दिए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में मदद ली जा सके।

राज कोप सिटीजन ऐप की डाउनलोडिंग प्रक्रिया:

  1. गूगल प्ले स्टोर में जाकर 'राज कोप सिटीजन' सर्च करें।
  2. ऐप को डाउनलोड करें और इसे ओपन करें।
  3. इसमें आपको निड हेल्प का ऑप्शन मिलेगा। यहां आप अपनी आपात स्थिति के हिसाब से इमरजेंसी या नॉन-इमरजेंसी मदद ले सकते हैं।
  4. अगर आपको किसी प्रकार की सुरक्षा सहायता चाहिए तो पुलिस को आपकी लोकेशन भेज दी जाएगी और वे जल्द से जल्द पहुंचेंगे।

सुरक्षा के लिहाज से यह ऐप बेहद अहम है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो अकेले यात्रा करती हैं या रात में बाहर जाती हैं। इस ऐप की मदद से वे कभी भी और कहीं भी सुरक्षित महसूस कर सकती हैं, क्योंकि एक क्लिक में पुलिस उनके पास पहुंच जाएगी।

राजस्थान पुलिस की यह पहल सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे नागरिकों को तत्काल मदद मिल सकती है।

निष्कर्ष: अब जनता के पास अपनी सुरक्षा को लेकर एक मजबूत और प्रभावी साधन है। इस ऐप के जरिए किसी भी संकट की स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सकती है, जिससे समाज में अपराध दर में कमी आ सकती है।

आगे बढ़ें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें, राज कोप सिटीजन ऐप डाउनलोड करें!

Sunday, March 2, 2025

राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए शुरू किया 'ई-गिरदावरी' ऐप, अब पटवारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा

किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है।

अब किसानों को फसलों की गिरदावरी के लिए पटवारियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

किसानों को अब पटवारी के पास जाने की जरूरत नहीं, क्योंकि राज्य सरकार ने ई-गिरदावरी नामक एप्लिकेशन लॉन्च किया है।

अपने खेत की गिरदावरी
अपने खेत की गिरदावरी

फायदा:-

  - किसान खुद अपनी जमीन की गिरदावरी कर सकते हैं।

  - फसल के नुकसान पर मुआवजा प्राप्त करना आसान होगा।

  - पटवारियों की गलतियों से बचा जा सकेगा।

समस्या का पूर्व अनुभव:-

  - पटवारियों द्वारा गलत गिरदावरी की शिकायतें आम थीं।

  - कई बार फसलों का सही मूल्यांकन नहीं होता था, जिससे मुआवजा नहीं मिल पाता था।

ई-गिरदावरी ऐप का उपयोग:-

  - किसान जन आधार से लॉगिन कर अपनी फसल की जानकारी दर्ज कर सकते हैं।

  - पटवारी को गिरदावरी की पुष्टि करनी होगी।

  - कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी किसानों को इस ऐप का उपयोग करना सिखा रहे हैं।

झुंझुनू में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई: पुलिस और नगर परिषद ने मिलकर की कार्रवाई

 हाल ही में झुंझुनू में पुलिस और नगर परिषद की टीम ने मिलकर अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की। इस अभियान की शुरुआत एक चेतावनी के साथ की गई थी, जिसमें दुकानदारों और अन्य लोगों को सड़क पर सामान रखने या अतिक्रमण करने से बचने के लिए कहा गया था।


झुंझुनू पुलिस की चेतावनी -  

ट्रैफिक पुलिस द्वारा झुंझुनू के दुकानदारों और नागरिकों को कई दिनों तक सड़क पर अतिक्रमण न करने की चेतावनी दी गई थी। पुलिस ने माइक और गाड़ियों के जरिए यह संदेश बार-बार पहुंचाया कि अगर किसी ने भी सड़क पर सामान रखा तो वह जब्त कर लिया जाएगा।

कार्रवाई का समय -

 इस अभियान की शुरुआत चार से पांच दिन पहले हुई थी, और इसके तहत लगातार चेतावनी दी जा रही थी। पुलिस और नगर परिषद की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि सड़क के किनारे या बीच में कोई भी सामान न रखा जाए, ताकि ट्रैफिक में रुकावट न हो।


बड़ी कार्रवाई -

आज पुलिस और नगर परिषद की टीम ने बड़ी कार्रवाई की। टीम ने झुंझुनू शहर की विभिन्न प्रमुख सड़कों पर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों का सामान जब्त कर लिया। साथ ही, इस कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की गई, ताकि भविष्य में इसका प्रमाण उपलब्ध हो सके।


सामान की जब्ती और रिकॉर्डिंग -

टीम ने जब्त किए गए सामान की पूरी डिटेल लिखी और उसे नगर परिषद के परिसर में सुरक्षित किया। दुकानदारों को यह चेतावनी दी गई कि अगर उनका सामान वापस चाहिए, तो उन्हें नगर परिषद के पास जाकर उसे प्राप्त करना होगा।


पुलिस का कड़ा रुख -

झुंझुनू पुलिस ने इस अभियान में सिंघम की तरह कड़ा रुख अपनाया है। पुलिस ने सड़क पर अतिक्रमण कर रहे दुकानदारों से साफ कहा कि उनका सामान जब्त किया जाएगा और उन्हें किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं दी जाएगी।

सामान जल्दी हटाने की अपील -

पुलिस ने दुकानदारों से कहा कि वे अपना सामान जल्द से जल्द साइड में रख लें, अन्यथा उसे जब्त कर लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस और नगर परिषद की टीम ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि कोई भी सामान सड़क पर न रहे।

आगे की योजना -

पुलिस और नगर परिषद की टीम ने यह भी कहा कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी दुकानदार को अतिक्रमण करने की छूट नहीं दी जाएगी। वे लोगों से अपील करते हैं कि वे सड़क पर अतिक्रमण न करें और शहर को साफ-सुथरा रखने में मदद करें।

समाप्ति और जन जागरूकता -

इस कार्रवाई से झुंझुनू के नागरिकों और दुकानदारों में एक जागरूकता का संदेश गया है कि शहर में अतिक्रमण नहीं सहन किया जाएगा और प्रशासन इस पर सख्ती से कार्य करेगा।

नतीजा -

झुंझुनू पुलिस और नगर परिषद की टीम की यह कार्रवाई शहर में अतिक्रमण की समस्या को खत्म करने और ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्रवाई न केवल नगर परिषद के नियमों के पालन के लिए है, बल्कि यह शहरवासियों को साफ-सफाई और व्यवस्था बनाए रखने के महत्व को भी समझाती है।

Saturday, March 1, 2025

साहस की मिसाल: रीट एग्जाम से पहले फटा बच्चेदानी का ट्यूब, रातभर ऑपरेशन के बाद भी परीक्षा देने पहुंची आबिदा

साहस की मिसाल: ऑपरेशन के बाद भी व्हीलचेयर पर परीक्षा देने पहुंची आबिदा बानो, रीट परीक्षा में दिखाया अदम्य हौसला

झुंझुनूं जिले की आबिदा बानो ने परीक्षा के प्रति अपने संकल्प और साहस से सबको हैरान कर दिया।

साहस की मिसाल
साहस की मिसाल

एक रात पहले अचानक बच्चेदानी का ट्यूब फटने के बाद उनका ऑपरेशन हुआ, लेकिन इसके बावजूद वह रीट परीक्षा देने के लिए पहुंची।

डॉ. अर्षा चौधरी की मदद से महिला को अस्पताल से बाहर परीक्षा केंद्र तक लाने के लिए विशेष अनुमति मिली।

महिला दिव्यांग नहीं थी, फिर भी ऑपरेशन के बाद सामान्य स्थिति में अस्पताल में होना चाहिए था, लेकिन रीट परीक्षा के कारण वह व्हीलचेयर पर बैठकर केंद्र पहुंची और पेपर भी दिया।

डॉ. चौधरी ने नर्सिंग स्टाफ को परीक्षा केंद्र भेजा और दर्द से राहत देने के लिए महिला को इंजेक्शन दिया।

राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) गुरुवार को राज्यभर में पहले दिन दो पारियों में संपन्न हुई। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को ड्रेस कोड का पालन न करने पर परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से वंचित किया गया, जबकि कुछ उम्मीदवार देरी से पहुंचे और कुछ को सुरक्षा कारणों से प्रवेश नहीं मिला।