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Monday, July 14, 2025

आधार कार्ड में पिता या पति का नाम और पता आसानी से बदलें

आधार कार्ड आज के समय में हमारी पहचान का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ बन गया है। इसमें किसी भी तरह की त्रुटि या बदलाव हमारे कई ज़रूरी कामों को रोक सकता है। अक्सर, महिलाओं को शादी के बाद या किसी अन्य कारण से अपने आधार कार्ड में पिता या पति का नाम और पता अपडेट करवाने की ज़रूरत पड़ती है। अच्छी खबर यह है कि UIDAI ने इस प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है, और यह सिर्फ 50 रुपये के मामूली शुल्क पर किया जा सकता है।

आधार कार्ड में पिता या पति का नाम और पता आसानी से बदलें
आधार कार्ड में पिता या पति का नाम और पता आसानी से बदलें

अपडेट करने के दो आसान विकल्प

आधार कार्ड में पिता/पति का नाम या पता बदलने के लिए आपके पास दो मुख्य विकल्प हैं:

1.      ऑनलाइन प्रक्रिया (myAadhaar पोर्टल के माध्यम से)

2.      आधार नामांकन/अपडेट केंद्र पर जाकर (ऑफलाइन)

आइए, इन दोनों विकल्पों को विस्तार से समझते हैं:

1. ऑनलाइन प्रक्रिया (myAadhaar पोर्टल पर)

यह तरीका उन लोगों के लिए बेहद सुविधाजनक है जिनके पास इंटरनेट की सुविधा है और वे खुद से प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

·         स्टेप 1: पोर्टल पर लॉगिन करें: सबसे पहले, UIDAI के आधिकारिक पोर्टल myAadhaar (uidai.gov.in) पर जाएँ।

·         स्टेप 2: 'Update Aadhaar Online' चुनें: पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद, आपको 'Update Aadhaar Online' का विकल्प चुनना होगा।

·         स्टेप 3: दस्तावेज़ अपलोड करें: यह सबसे महत्वपूर्ण चरण है। आपको प्रमाण के रूप में कुछ दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे:

o    पते के प्रमाण के लिए (Address Proof): वैध पते का प्रमाण, जैसे बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट, वोटर आईडी, आदि अपलोड करें।

o    संबंध के प्रमाण के लिए (Relationship Document): यदि आप पिता या पति का नाम बदल रहे हैं, तो संबंध साबित करने वाले दस्तावेज़, जैसे विवाह प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र (बच्चों के लिए) आदि अपलोड करें।

·         स्टेप 4: शुल्क का भुगतान करें: दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, आपको 50 रुपये का निर्धारित शुल्क चुकाना होगा। आप इसका भुगतान UPI या डेबिट कार्ड का उपयोग करके आसानी से कर सकते हैं।

·         स्टेप 5: अनुरोध सबमिट करें और URN प्राप्त करें: भुगतान सफल होने के बाद, आपका अपडेट अनुरोध सबमिट हो जाएगा। आपको एक 14 अंकों का अपडेट रिक्वेस्ट नंबर (URN) प्राप्त होगा। इस URN को सुरक्षित रखें, क्योंकि इससे आप अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।

2. आधार नामांकन/अपडेट केंद्र पर जाकर (ऑफलाइन)

यदि आप ऑनलाइन प्रक्रिया में सहज महसूस नहीं करते हैं या किसी सहायता की आवश्यकता है, तो आप नजदीकी आधार नामांकन/अपडेट केंद्र पर जा सकते हैं।

·         स्टेप 1: केंद्र पर जाएँ: अपने नजदीकी आधार नामांकन/अपडेट केंद्र का पता लगाएं और वहां जाएँ।

·         स्टेप 2: आवेदन फॉर्म भरें: केंद्र पर आपको एक आधार अपडेट/सुधार फॉर्म दिया जाएगा। इसे ध्यानपूर्वक और सही जानकारी के साथ भरें।

·         स्टेप 3: मूल दस्तावेज़ प्रस्तुत करें: आपको अपने मूल दस्तावेज़ (जैसे पते का प्रमाण, संबंध का प्रमाण) साथ ले जाने होंगे। ऑपरेटर आपके दस्तावेज़ों को सत्यापित करेगा और स्कैन करेगा।

·         स्टेप 4: शुल्क जमा करें: प्रक्रिया पूरी होने पर, आपको 50 रुपये का शुल्क जमा करना होगा।

·         स्टेप 5: रसीद प्राप्त करें: शुल्क जमा करने के बाद आपको एक रसीद मिलेगी, जिसमें आपका अपडेट रिक्वेस्ट नंबर (URN) भी होगा। इसे संभाल कर रखें।

अपडेट अनुमोदन में लगने वाला समय

आमतौर पर, आपके आधार अपडेट अनुरोध का अनुमोदन 7-10 कार्य दिवसों के भीतर हो जाता है। आप अपने URN का उपयोग करके UIDAI पोर्टल पर अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।

आधार कार्ड में जानकारी अपडेट करना अब पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो गया है। इन विकल्पों का उपयोग करके आप बिना किसी परेशानी के अपने आधार विवरण को अपडेट कर सकते हैं।

सुलताना में स्मार्ट मीटरों का विरोध तेज़, ग्रामीणों ने जताई गहरी नाराज़गी

 सुलताना (राजस्थान), जुलाई 2025 – सुलताना कस्बे में बिजली निगम द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों को लेकर उपभोक्ताओं में भारी असंतोष देखा जा रहा है। राष्ट्रीय जाट महासंघ के नेतृत्व में ग्रामीणों और व्यापारियों ने एकजुट होकर डिस्कॉम और बिजली निगम के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटरों के नाम पर उपभोक्ताओं पर जबरन अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है, जबकि इसकी तकनीकी जानकारी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।

सुलताना में स्मार्ट मीटरों का विरोध तेज़
सुलताना में स्मार्ट मीटरों का विरोध तेज़

बढ़ते बिलों से उपभोक्ता चिंतित

प्रदर्शन के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र धनखड़ ने बताया कि जहां पहले उपभोक्ताओं का मासिक बिजली बिल लगभग ₹500 आता था, वहीं अब यह राशि अचानक ₹1,000 से अधिक हो गई है। उन्होंने आशंका जताई कि यह वृद्धि किसी तकनीकी खामी या स्मार्ट मीटर की प्रोग्रामिंग त्रुटि के कारण हो सकती है।

धनखड़ ने कहा, "स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद बिना अतिरिक्त खपत के ही बिलों में भारी इज़ाफा हुआ है, जिससे आम उपभोक्ता परेशान और चिंतित हैं।"

जर्जर बिजली तंत्र पर उठे सवाल

ग्रामीण सरजीत लांबा ने बिजली निगम की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि बारिश के मौसम में क्षेत्र की विद्युत लाइनों की जर्जर स्थिति जानलेवा साबित हो रही है, लेकिन निगम ने इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि,

"स्मार्ट मीटर लगाने से पहले डिस्कॉम को चाहिए कि वह मौजूदा विद्युत तंत्र की मरम्मत करे, ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाए और फॉल्ट सिस्टम को दुरुस्त करे।"

स्मार्ट मीटरों को बताया ‘महंगे और असमर्थित’

प्रदर्शन में शामिल पार्षद प्रमोद टेलर ने कहा कि स्मार्ट मीटर, उपभोक्ता के हित में नहीं हैं। उन्होंने इसे एकतरफा निर्णय करार देते हुए कहा कि,

"यह मीटर उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट नहीं, बल्कि महंगे और परेशानी भरे साबित हो रहे हैं।"

जन आंदोलन की चेतावनी

प्रदर्शनकारियों ने बिजली निगम को चेतावनी दी कि यदि स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य अविलंब नहीं रोका गया और उपभोक्ताओं की शिकायतों पर जनसुनवाई नहीं की गई, तो राष्ट्रीय जाट महासंघ के नेतृत्व में व्यापक स्तर पर जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि बिजली विभाग गांवों में खुले मंच पर जनसुनवाई करे और जनता की आपत्तियों को गंभीरता से ले।

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग

इस विरोध प्रदर्शन में राकेश बोराण, चंद्रभान धनखड़, नरोत्तम सोनी, नरेश धनखड़, अभिषेक सोनी, मुकेश, रजनीश धनकड़, संदीप झाझडिया, दीपक सोनी, मनरूप डारा, विनोद कुल्हरी, मनोज जांगिड़ सहित कई ग्रामीणों ने भाग लिया।

सुलताना में स्मार्ट मीटरों के खिलाफ शुरू हुआ यह आंदोलन, केवल तकनीकी मुद्दा नहीं, बल्कि प्रशासनिक संवादहीनता का भी संकेत है। बढ़ते बिजली बिल, बिना स्पष्ट जानकारी के तकनीकी बदलाव और आधारभूत ढांचे की अनदेखी जैसे मुद्दों ने इस आंदोलन को व्यापक जन समर्थन दिलाया है। यदि विभाग ने जल्द समाधान नहीं निकाला, तो यह मामला बड़े जन आंदोलन में तब्दील हो सकता है।


लेखक: jitendra barala
स्थान: सुलताना, राजस्थान
विषय: ऊर्जा एवं उपभोक्ता नीति
प्रकाशन तिथि: जुलाई 2025

Sunday, July 13, 2025

अगर बारिश के पानी में फंस गई आपकी कार तो करें ये ज़रूरी काम

भारत में मानसून के दौरान अक्सर शहरों की सड़कों पर जलभराव की समस्या हो जाती है। ऐसे में कई बार हमारी कार पानी में फंस जाती है, जिससे न केवल वाहन को नुकसान होता है बल्कि आपकी सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। अगर आपकी कार पानी में फंस गई है, तो घबराएं नहीं — नीचे दिए गए सुझाव आपकी मदद कर सकते हैं।

अगर बारिश के पानी में फंस गई आपकी कार तो करें ये ज़रूरी काम
अगर बारिश के पानी में फंस गई आपकी कार तो करें ये ज़रूरी काम


1. सबसे पहले शांत रहें और स्थिति का आकलन करें

पैनिक न करें। गाड़ी बंद करें और देखें कि पानी किस स्तर तक पहुंच गया है। अगर पानी कार के बोनट या दरवाजों से ऊपर है, तो गाड़ी को स्टार्ट न करें।


2. गाड़ी स्टार्ट करने की गलती न करें

पानी में बंद पड़ी गाड़ी को बार-बार स्टार्ट करने की कोशिश से इंजन में वॉटर लॉक हो सकता है, जिससे भारी नुकसान होता है। बेहतर है कि गाड़ी को धक्का देने या टो कराने पर विचार करें।


3. कार से बाहर निकलें (सुरक्षित हो तो)

अगर पानी लगातार बढ़ रहा है और आप सुरक्षित बाहर निकल सकते हैं, तो तुरंत कार से बाहर निकल जाएं। अपने मोबाइल और ज़रूरी दस्तावेज़ अपने साथ लें।


4. हेल्पलाइन या रोड साइड असिस्टेंस को कॉल करें

कार इंश्योरेंस या कंपनी की रोड साइड असिस्टेंस (RSA) सुविधा का लाभ उठाएं। अधिकतर कंपनियां जलभराव जैसी आपात स्थिति में मदद प्रदान करती हैं।


5. गाड़ी को टो करवा कर सर्विस सेंटर ले जाएं

गाड़ी को नजदीकी अधिकृत सर्विस सेंटर तक टो करवा कर ले जाएं। वहां गाड़ी की पूरी जांच (ब्रेक सिस्टम, इंजन, इलेक्ट्रॉनिक्स) कराना बेहद जरूरी है।


6. बीमा क्लेम के लिए दस्तावेज़ तैयार रखें

अगर आपकी कार को नुकसान हुआ है, तो कार इंश्योरेंस क्लेम के लिए फोटो, वीडियो और एफआईआर (यदि आवश्यक हो) की कॉपी रखें। बीमा कंपनी को तुरंत सूचित करें।


7. भविष्य के लिए सावधानी बरतें

  • मानसून में बाहर निकलने से पहले वेदर अपडेट देखें।

  • गाड़ी में हमेशा इमरजेंसी किट (टॉर्च, पावर बैंक, मेडिकल किट आदि) रखें।

  • जलभराव वाले रास्तों से बचने की कोशिश करें।

बारिश के पानी में फंसी कार को सही तरीके से हैंडल करना आपकी और आपके वाहन की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। ऊपर दिए गए कदम अपनाकर आप नुकसान को काफी हद तक कम कर सकते हैं। हमेशा सतर्क रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें।


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जानिए ट्रैफिक उल्लंघन पर जुर्माने के प्रावधान – चालान से जुड़ी जरूरी जानकारी

भारत में सड़क सुरक्षा को सख्ती से लागू करने के लिए ‘मोटर वाहन अधिनियम 1988’ (Motor Vehicles Act, 1988) लागू किया गया है। वर्ष 2019 में इस अधिनियम में संशोधन कर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर लगने वाले जुर्माने की राशि को काफी बढ़ा दिया गया। इसका उद्देश्य सड़कों पर यातायात को सुरक्षित और अनुशासित बनाना है।

चालान क्या होता है?

चालान एक कानूनी दंड है जो तब लगाया जाता है जब कोई व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है। इसे ट्रैफिक पुलिस या इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के जरिए जारी किया जा सकता है।

ट्रैफिक उल्लंघन पर जुर्माने के प्रावधान
ट्रैफिक उल्लंघन पर जुर्माने के प्रावधान

कब-कब कट सकता है चालान?

निम्नलिखित परिस्थितियों में आपका चालान कट सकता है:

  • बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाहन चलाना

  • बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाना

  • बिना सीट बेल्ट कार चलाना

  • तेज गति से वाहन चलाना

  • रेड लाइट जंप करना

  • शराब पीकर गाड़ी चलाना

  • मोबाइल फोन पर बात करते हुए ड्राइविंग

  • गलत दिशा में वाहन चलाना

  • बिना इंश्योरेंस गाड़ी चलाना

  • पब्लिक प्लेस पर स्टंट करना

चालान की प्रक्रिया

1. ऑन-स्पॉट चालान:

ट्रैफिक पुलिस मौके पर ही चालान काटती है और वाहन चालक को पर्ची थमाई जाती है।

2. ई-चालान:

CCTV कैमरों और ट्रैफिक पुलिस के स्मार्ट डिवाइसेज के माध्यम से ट्रैफिक उल्लंघन रिकॉर्ड किया जाता है। फिर चालान मोबाइल नंबर, SMS या व्हाट्सएप पर भेजा जाता है।

अगर चालान गलत हो तो क्या करें?

  • आप ऑनलाइन पोर्टल या लोक अदालत (Lok Adalat) में चालान के खिलाफ अपील कर सकते हैं।

  • संबंधित RTO ऑफिस में भी आप अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते हैं।


जरूरी सावधानियां

  • बार-बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर आपका ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।

  • देश के कई शहरों में स्वचालित कैमरा सिस्टम से ट्रैफिक निगरानी की जा रही है। ऐसे में बिना रुके ही चालान घर पहुंच सकता है।


सड़क सुरक्षा हमारी और दूसरों की जान से जुड़ी होती है। बेहतर होगा कि हम ट्रैफिक नियमों का पालन करें, लाइसेंस, हेलमेट, बीमा जैसे दस्तावेज हमेशा साथ रखें और वाहन चलाते समय सतर्क रहें।


टैग्स: #चालान #ट्रैफिकनियम #RoadSafety #eChallan #IndianTrafficRules #मोटरवाहनअधिनियम